भूतिया प्रेम कहानी
हेलो दोस्तो आइए आज मैं आपको बताती हूं एक लड़के और एक लड़की की कहानी लड़के का नाम निखिल था। और लड़की का नाम रीया थी दोनो अपने ही शहर के एक ही कॉलेज में पढ़ते थे रिया अपने गांव से आई थी और उस शहर के लॉज में रहकर पढ़ती थी और निखिल का घर उसी शहर में था निखिल अपनी मां के साथ उसी शहर में रहता था और रोज पढ़ाई के लिए कॉलेज जाता था।
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एक दिन वो कॉलेज गया और उसी कॉलेज में उसको अपने क्लास में रिया मिली और वो बहुत खूबसूरत थी जो की निखिल को बहुत पसंद आई। जस्ट दूसरे दिन दिन ही निखिल ने रिया को अपने दिल की बात बताई और रिया भी निखिल से प्यार करने लगी। दोनो रोज कॉलेज जाते और छुट्टी होते ही कॉलेज के बगल वाले पार्क में बैठकर बातें करते फिर निखिल घर चले जाते और रिया अपने लॉज में चली जाती एक दिन की बात है।
रिया कुछ काम से कॉलेज के बाहर जाती और अभी कॉलेज से थोड़े ही। दूर गई थी की उसकी एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गई तभी लॉज के सारे स्टूडेंट और वहा के मालिक ने रिया को स्थानीय कब्र के पास जहां और लोगों की लाशे मौजूद थी वही दफना दिया गया। ये बातें जब अगले दिन जब निखिल कॉलेज पहुंचा तो रिया के बारे में जब उन्हें पता चली तो वह रोते रोते बिखर गया अब वो ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाता। जैसे उसे लग रही थी की वह जिंदा लास बन गया उसने रिया के कब्र के पास जाना चाहा तभी वहां के एक लड़के ने उसे रिया के कब्र के पास छोड़ दिया।
असली भूत कहां है?
अब वो रोज उसके कब्र के पास जाता और उनसे बातें करके घर आ जाता लगभग छः महीने तक ऐसा हुआ
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मजेदार भूत की कहानी |
एक दिन की बात है रोज की तरह निखिल उस दिन भी रिया से मिलने उसके कब्र पे पहुंच गया उस दिन की बात ही कुछ अलग थी ।
अभी वह रिया की कब्र पे माथा रखकर बात ही कर रहा था। की उसके सामने रिया की आत्मा प्रकट हुई और प्यार से बोली निखिल तभी निखिल सोचा की ये तो रिया की आवाज है । जब उसने अपने सिर को ऊपर उठाई तो देखा कि रिया उसके सामने एक सफेद सी कपड़े में खड़ी नजर आई बिलकुल पहले जैसी गोरा रंग और उसके होठ लाल बाल लंबे-लंबे बहुत ही सुंदर लग रही थी (love story in hindi)
दोस्तो आप सोच रहे होंगे कि ये रिया होंगे लेकिन नही ये रिया की आत्मा थी जो की निखिल के रोज उसके कब्र के पास रोने की आवाज सुनकर प्रकट हो उठी थी। तभी निखिल रिया से रोते हुए बोला। तुम कहा चली गई थीं हमे छोड़कर तभी तभी रिया बोली मुझे माफ कर देना मैं तुम्हारी दुनिया में नही रही मैं तुम्हारे साथ नही हूं लेकिन मैं तुम्हारी यादों में हमेशा रहूंगी। तभी निखिल बोला मैं तुम्हारे बिना नहीं रह पाऊंगा। मुझे भी अपने पास बुला लो। रिया बोली ये असंभव है ये नही हो सकता तुम अपनी दुनिया में खुश रहो निखिल बोला मैं तुम्हारे साथ के बिना कैसे खुश रहूंगा मैं तो तुमसे सादी करना चाहता था। तुम्हारी जगह अब कोई नही ले सकता ।
डरावना भूत क्या है?
तभी रिया बोली क्या तुम सच में मुझसे सच्चा प्यार करते हो और सादी करना चाहते थे। निखिल बोला हा मैने जिस दिन तुमको पहली बार देखा उसी दिन से तुमसे बहुत प्यार करने लगा । और अब तुम्हारे बिना मैं नहीं रह सकता ।
सुबह होने चली थी लगभग रात के ढाई बज गए थे काली काली रात और तारों से चमकती हुई आसमानों के नीचे निखिल रिया के कब्र के पास रिया की आत्मा से बात कर रहा था और निखिल को थोड़ा सा भी डर नहीं लग रही थीं। तभी रिया की आत्मा निखिल से बोली । अब तुम घर चले जाओ क्यूकी सुबह होने चली अगर तुम्हे यहां किसी ने देख लिया तो बात बिगड़ जाएगी। निखिल बोला अब मैं कही नही जाऊंगा बल्कि यही रहूंगा तुम्हारे साथ ।
रिया ने निखिल को बहुत समझाया लेकिन निखिल ने रिया की एक न सुनी।
तभी निखिल ने बगल में रखी एक पत्थर से अपने अंगुली पर मारा और उसके अंगुली से खून निकल आया उसी खून से निखिल ने रिया की आत्मा की मांग भर दी और निखिल ने रिया के आत्मा से सादी कर ली इस प्रकार निखिल अब रोज रिया के कब्र के पास जाता और उनकी आत्मा से बातें करता और दोनो बहुत खुश रहने लगे थे। इस कहानी का अंत यही पर होती हैं। bhutiya kahani